वेद में गौमाँस भक्षण का स्पष्ट विरोध
ऋग्वेद 8.101.15– मैं समझदार मनुष्य को कहे देता हूँ की तू बेचारी बेकसूर गाय की हत्या मत करना, वह अदिति हैं अर्थात काटने- चीरने योग्य नहीं हैं.
ऋग्वेद 8.101.16– मनुष्य अल्पबुद्धि होकर गाय को मारे कांटे नहीं.
अथर्ववेद 10.1.27–तू हमारे गाय, घोड़े और पुरुष को मत मार.
अथर्ववेद 12.4.38 -जो(वृद्ध) गाय को घर में पकाता हैं उसके पुत्र मर जाते हैं.
ऋग्वेद 6.28.4–गायें वधालय में न जाये
अथर्ववेद 8.3.24–जो गोहत्या करके गाय के दूध से लोगो को वंचित करे, राजा तलवार से उसका सर काट दे
यजुर्वेद 13.43–गाय का वध मत कर , जो अखंडनीय हैं
अथर्ववेद 7.5.5–वे लोग मूढ़ हैं जो कुत्ते से या गाय के अंगों से यज्ञ करते हैं
यजुर्वेद 30.18-गोहत्यारे को प्राण दंड दो ।
ऐसे में मीडिया वाले भारत विरोधी प्रचार का झंडा हमेशा क्यों उठाये रहते है और
क्यों विदेशी मजहबों की गुलामी करते है ये समझ नहीं आता ।
क्यों विदेशी मजहबों की गुलामी करते है ये समझ नहीं आता ।
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