काश्मीर के लोग भारत में रहना चाहते हैंः----
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मुस्लिम संगठन अंजुमन मिन्हाज ए रसूल के अध्यक्ष ने रविवार को कहा कि अगर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों को अवसर दिया जाए तो वे भारत में शामिल होना पसंद करेंगे। यह संगठन शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द के लिए काम करता है।
अंजुमन मिन्हाज ए रसूल के अध्यक्ष मौलाना सैयद अतहर देहलवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में अगर जनमत संग्रह होता है तो 99 फीसदी से ज्यादा लोग भारत का हिस्सा बनने के लिए वोट देंगे।’ जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित इलाकों के पांच दिवसीय दौरे पर जम्मू आए देहलवी ने कहा कि कश्मीर के अलगाववादियों का आधार खत्म हो गया है और घाटी के लोग सुशासन एवं विकास की बात कर रहे हैं।
देहलवी ने कहा, ‘कश्मीर में अलगाववादियों का आधार खत्म हो गया है और घाटी के लोग सुशासन, विकास और शिक्षा जैसे मुद्दों पर बात कर रहे हैं। उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि मुट्ठी भर लोग क्या कहते हैं।’ देहलवी ने कहा कि कश्मीर दौरे के समय उन्होंने पाया कि बाढ़ प्रभावित लोगों ने सेना द्वारा चलाए गए राहत एवं बचाव कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी जम्मू-कश्मीर एवं देश में ‘लोक समर्थक’ नीतियों के लिए प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि उनका संगठन अंजुमन-ए-रसूल ही एकमात्र इस्लामी संगठन है जिसने अल..कायदा एवं अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ आवाज उठाई। देहलवी ने कहा, ‘जब कश्मीरी पंडितों को जबरन कश्मीर से बाहर किया गया तो हमने जेद्दा में ओआईसी में आपत्ति जताई और हमने ही ओसामा बिन लादेन की निंदा की और अब हम इस्लामिक स्टेट की कड़ी निंदा करते हैं।’
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मुस्लिम संगठन अंजुमन मिन्हाज ए रसूल के अध्यक्ष ने रविवार को कहा कि अगर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों को अवसर दिया जाए तो वे भारत में शामिल होना पसंद करेंगे। यह संगठन शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द के लिए काम करता है।
अंजुमन मिन्हाज ए रसूल के अध्यक्ष मौलाना सैयद अतहर देहलवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में अगर जनमत संग्रह होता है तो 99 फीसदी से ज्यादा लोग भारत का हिस्सा बनने के लिए वोट देंगे।’ जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित इलाकों के पांच दिवसीय दौरे पर जम्मू आए देहलवी ने कहा कि कश्मीर के अलगाववादियों का आधार खत्म हो गया है और घाटी के लोग सुशासन एवं विकास की बात कर रहे हैं।
देहलवी ने कहा, ‘कश्मीर में अलगाववादियों का आधार खत्म हो गया है और घाटी के लोग सुशासन, विकास और शिक्षा जैसे मुद्दों पर बात कर रहे हैं। उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि मुट्ठी भर लोग क्या कहते हैं।’ देहलवी ने कहा कि कश्मीर दौरे के समय उन्होंने पाया कि बाढ़ प्रभावित लोगों ने सेना द्वारा चलाए गए राहत एवं बचाव कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी जम्मू-कश्मीर एवं देश में ‘लोक समर्थक’ नीतियों के लिए प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि उनका संगठन अंजुमन-ए-रसूल ही एकमात्र इस्लामी संगठन है जिसने अल..कायदा एवं अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ आवाज उठाई। देहलवी ने कहा, ‘जब कश्मीरी पंडितों को जबरन कश्मीर से बाहर किया गया तो हमने जेद्दा में ओआईसी में आपत्ति जताई और हमने ही ओसामा बिन लादेन की निंदा की और अब हम इस्लामिक स्टेट की कड़ी निंदा करते हैं।’
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