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Sunday, April 10, 2016

ॐ, ohm , om

हर धर्म-पंथ-सम्प्रदाय मे ईश्वर का वास्तविक नाम ॐ है:- 

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1) ॐ ख़म ब्रह्म -अर्थात ॐ ही सर्वत्र व्याप्त परम ब्रह्म है:- यजुर्वेद 40/17
2) सिख पंथ :- एक 'ओंकार', सतनाम ..! अर्थात एक मात्र ॐ स्वरुप परमात्मा है; उसका नाम ही सत्य है।
3) बौद्ध पंथ :- इसे “ओं मणिपद्मे हूं” कह कर प्रयोग करते हैं, जिसे आप स्वयं धर्मगुरु दलाई लामा से समझिये, देखें वीडियो :- https://www.youtube.com/watch?v=4QQKDP8SQZg
4) जैन पंथ में भी इस शब्द ॐ का महत्व है, वीडियो देखिये :
5) "तस्य वाचक प्रणवः " :- उस ईश्वर नामक चेतन तत्व विशेष के अस्तित्व का बोध करने वाला शब्द ध्वन्यात्मक ॐ है :- महर्षि पतंजलि समाधिपाद 27 वें सूत्र । 
इसी तरह भारत के अनेक संत महात्माओं ने भी ॐ के ध्वन्यात्मक स्वरुप (Sound vibrations) को ही ब्रह्म माना है तथा ॐ को" शब्द ब्रह्म" भी कहा है ।
6) अब्राह्मिक पंथ (यहूदी-ईसाई और इस्लाम) में हिन्दुस्तानी धर्म-सम्प्रदाय की तरह दर्शन-अध्यात्म-वेदांतज्ञान का अभाव है ! फिर भी उदाहरण के लिए अगर हिन्दू अपने सब मन्त्रों और भजनों में ॐ को शामिल करते हैं तो ईसाई और यहूदी भी इसके जैसे ही एक शब्द “आमेन” का प्रयोग धार्मिक सहमति दिखाने के लिए करते हैं । मुस्लिम इसको “आमीन” कह कर याद करते हैं ।
अंग्रेजी का शब्द “omni”, जिसके अर्थ अनंत और कभी ख़त्म न होने वाले तत्त्वों पर लगाए जाते हैं (जैसे omnipresent, omnipotent), भी वास्तव में इस ॐ शब्द से ही बना है ।
7) NASA ने सूर्य की जो ध्वनि रिकॉर्ड किया है, वह भी ॐ ही है, जिसे खुद  ‪‎NASA‬ ने 'शब्द ब्रह्म' प्रमाणित किया । देखें वीडियो :-
 

http://sdo.gsfc.nasa.gov/
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यह तो हुए ॐ शब्द के धार्मिक पहलू अब आपको बताएं की ॐ का उच्चारण करने से जो आनंद और शान्ति अनुभव होती है, वैसी शान्ति किसी और शब्द के उच्चारण से नहीं आती । यही कारण है कि सब जगह बहुत लोकप्रिय होने वाली योग-प्राणायाम की कक्षाओं में ओ३म के उच्चारण का बहुत महत्त्व है । अपनी आँखें बंद कर 10 बार ॐ का उच्चारण करके देखिये, खुद समझ जायेंगे ।
ॐ किसी ना किसी रूप में सभी मुख्य संस्कृतियों का प्रमुख भाग है । इतने से यह सिद्ध है कि ॐ किसी मत, मजहब या सम्प्रदाय से न होकर पूरी इंसानियत का है । Aum‬ के अन्दर ऐसी कोई बात नहीं है कि किसी के भगवान्/Jesus/अल्लाह का अनादर हो जाये ।
फिर आज से हम सब प्राण लें की -- अपने हर काम की शुरुआत इस पवित्र शब्द ॐ के उच्चारण के साथ करेंगे !
Dr. Alam ॐ ॐ ॐ ॐ

Friday, December 19, 2014

ॐ, OHM, OM

Photo: ॐ शब्द का नाद ----
नासा ने वोएजर के नाम से अपना एक मिशन अंतरिक्ष में रवाना किया था जिसका एक उद्देश्य उसके पूरे सफ़र के दौरान सुनाई देने वाली ब्रह्मांडीय आवाजों को रिकॉर्ड करके उनका विश्लेषण करना भी था.
वोयेज़र यान से प्राप्त हुई साउंड रिकॉर्डिंग्स को तीन वर्षों तक अध्ययन करने के बाद नासा ने ब्रह्माण्ड में व्याप्त रहस्यमयी आवाजों का विश्लेषण प्रस्तुत किया.
हम लोग केवल 20 to 20,000 हर्ट्ज़ की ध्वनि को ही सुनने की क्षमता रखते है.
इस फ्रीक्वेंसी से कही ऊपर की ब्राह्मांड में व्याप्त ध्वनि को डिकोड करने पर नासा को जो ध्वनि सुनाई दी, वो थी .....
ॐ
नासा द्वारा इसे The Sound of Sun अर्थात सूर्य की आवाज़ का नाम दिया गया है, और अब वो इस बात का रहस्य जानने को व्याकुल हैं कि आखिर हिन्दू धर्म में ॐ के शब्द का प्रादुर्भाव कहाँ से हुआ .. ??
वो भी ईसा के जन्म से भी हज़ारों वर्ष पहले !
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐॐ शब्द का नाद ----
नासा ने वोएजर के नाम से अपना एक मिशन अंतरिक्ष में रवाना किया था जिसका एक उद्देश्य उसके पूरे सफ़र के दौरान सुनाई देने वाली ब्रह्मांडीय आवाजों को रिकॉर्ड करके उनका विश्लेषण करना भी था.
वोयेज़र यान से प्राप्त हुई साउंड रिकॉर्डिंग्स को तीन वर्षों तक अध्ययन करने के बाद नासा ने ब्रह्माण्ड में व्याप्त रहस्यमयी आवाजों का विश्लेषण प्रस्तुत किया.
हम लोग केवल 20 to 20,000 हर्ट्ज़ की ध्वनि को ही सुनने की क्षमता रखते है.
इस फ्रीक्वेंसी से कही ऊपर की ब्राह्मांड में व्याप्त ध्वनि को डिकोड करने पर नासा को जो ध्वनि सुनाई दी, वो थी .....

नासा द्वारा इसे The Sound of Sun अर्थात सूर्य की आवाज़ का नाम दिया गया है, और अब वो इस बात का रहस्य जानने को व्याकुल हैं कि आखिर हिन्दू धर्म में ॐ के शब्द का प्रादुर्भाव कहाँ से हुआ .. ??
वो भी ईसा के जन्म से भी हज़ारों वर्ष पहले !
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ